
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि,''आज भारत एकजुट है और दुनिया में सबसे मजबूत और जीवंत डेमोक्रेसी भारत में ही है|आज का 'वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' का मंत्र दुनिया को अपील कर रहा है। भारत का इतिहास इस बात का गवाह है कि भारत के सामर्थ्य को लेकर जब भी किसी ने आशंका जताई, सारी आशंकाएं गलत साबित हुई| आज, भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम, टैक्स स्टार्ट-अप इको-सिस्टम दनिया में अग्रणी है। कोविड की चुनौती के साल में भी कई नए यूनिकॉर्न्स और सैकड़ों नए टैक्स स्टार्ट अप भारत से ही निकल कर आए|
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 में PM मोदी ने कहा कि,''आप सभी साथियों को हर साल प्रवासी भारतीय सम्मान देने की परंपरा है। अटल बिहारी वाजपेयी जी के मार्गदर्शन में जो यात्रा शुरू हुई उसमें अभी तक 60 अलग-अलग देशों में रहे करीब 240 लोगों को ये सम्मान दिया गया है, इस बार भी इसकी घोषणा की है।
PM मोदी ने कहा कि,''दुनियाभर से हजारों साथियों ने भारत को जानिए क्विज कॉम्पीटिशन में हिस्सा लिया है। ये संख्या बताती है कि जड़ से भले दूर हो जाएं, लेकिन नई पीढ़ी का जुड़ाव उतना ही बढ़ रहा है। इस क्विज के 15 विजेता भी आज इस वर्चुअल समारोह से जुड़े हुए है। मैं सभी विजेता को बधाई देता हूं|
PM मोदी ने कहा कि,बीता साल हम सभी के लिए बहुत चुनौतियों का साल रहा है, लेकिन इन चुनौतियों के बीच विश्वभर में फैले भारतीय मूल के साथियों ने जिस तरह काम किया है, अपना फर्ज निभाया है वो हम सभी के लिए गर्व की बात है। यही तो हमारी मिट्टी के संस्कार है| भारत ने जो नई व्यवस्थाएं विकसित की हैं उनकी कोरोना की इस समय में वैश्विक संस्थाओं ने प्रशंशा की है। आधुनिक टेक्नोलॉजी ने गरीब से गरीब को मजबूत करने का जो अभियान आज भारत में चल रहा है उसकी चर्चा विश्व के हर कोने में है, हर स्तर पर है|
उन्होंने कहा कि,''जब भारत आतंकवाद के सामने खड़ा हुआ तो दुनिया को भी इस चुनौती से लड़ने का नया साहस मिला। भारत आज भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए टेक्नोलॉजी का ज़्यादा इस्तेमाल कर रहा है। लाखों करोड़ों रुपये जो पहले गलत हाथों में पहुंच जाते थे वो आज सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचे रहे हैं|
उन्होंने कहा कि,''दुनियाभर में भारतीय समुदाय के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के लिए रिश्ता नाम का नया पोर्टल शुरु किया गया है। इस पोर्टल से मुश्किल समय में अपने समुदाय से संपर्क करना, उन तक पहुंचना आसान होगा|अब हम आजादी के 75वें साल की तरफ आगे बढ़ रहे है। मेरा आग्रह है कि आजादी के आंदोलन में भाग लेने वाले प्रवासी भारतीयों की जीवन गाथा से संपूर्ण परिचय हेतु डिजिटल पोर्टल निर्मित किए जाएं, यह हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे|आप सभी स्वस्थ्य रहें, आप सब सुरक्षित रहें। अपना और देश का गौरव बढ़ाते रहें|
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