गोण्डा-जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत धान क्रय केन्द्रों का निर्धारण कर दिया है। जिलाधिकारी द्वारा इस वर्ष धान खरीद हेतु क्रय संस्थाओं क्रमशः खाद्य विभाग के 16 तथा भारतीय खाद्य निगम के 01 क्रय केन्द्र, पीसीएफ के 12, पीसीयू के 25, यूपीएसएस के 19 क्रय केन्द्रों सहित कुल 73 क्रय केन्द्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार आगामी 01 नवम्बर से धान खरीद चालू हो जाएगी। सभी केन्द्र प्रभारियों को अपने संस्था के अनुमोदित समस्त क्रय केन्द्रों को स्थापित कर समस्त व्यवस्थाएं समय से दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं।
डिप्टी आरएमओ लाल बहादुर गुप्ता ने बताया है कि भारत सरकार द्वारा समर्थन मूल्य योजना के तहत काॅमन धान का मूल्य 1868 रूपए प्रति कुन्तल तथा ग्रेड-ए धान का मूल्य 1888.00 रूपए प्रति कुन्तल देय होगा। उन्होंने बताया है कि शासन द्वारा किसानों का धान खरीदने के लिए कुछ नई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं जिसके अनुसार मंगलवार व शुक्रवार का दिन केवल सीमान्त व लघु सीमान्त कृषकों के लिए आरक्षित रहेगा तथा इस दिन क्रय केन्द्रों पर केवल सीमान्त व लघु सीमान्त कृषकों का ही धान खरीदा जाएगा। इस दिन सीमान्त व लघु सीमान्त कृषक न होने की दशा में ही अन्य किसानों के धान की खरीद होगी, इसके अतिरिक्त रविवार तथा समस्त राजपत्रित अवकाशों के दिन क्रय केन्द्र बन्द रहेेगें।
डिप्टी आरएमओ ने बताया है कि शासन के निर्देशानुसार राजस्व ग्रामों को क्रय केन्द्रों से सम्बद्ध किया जाएगा जिसका अनुमोदन डिप्टी आरएमओ, अपर जिलाधिकारी से प्राप्त करेगें। उन्होंने यह भी बताया कि शासन द्वारा बंटाई कृषकों के धान भी खरीदने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए बंटाई पर लेने वाले किसान को लेखपाल द्वारा प्रमाणित सहमति पत्र लगाना होगा। उन्होंने बताया कि क्रय केन्द्र पर छंटाई, सफाई व उतराई के लिए प्रति कुन्तल 20 रूपए की दर से किसानों द्वारा देय होगा। उन्होंने कहा कि किसानों का धान क्रय केन्द्र से कतई वापस नहीं किया जाएगा तथा यदि किसान के धान में नमी या कोई कमी है तो सुुखाने के लिए क्रय केन्द्र पर ही व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि धान क्रय के 72 घन्टे के अन्दर किसानों के मूल्य का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से सीधे उनके खातों में किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि क्रय केन्द्रों पर केवल पंजीकृत किसानों का ही धान खरीदा जाएगा, इसलिए धान विक्रय वाले किसान अपना पंजीकरण विभागीय वेबसाइट एफसीएस डाॅट यूपी डाॅट जीओवी डाॅट इन
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