05 अक्टूबर 2020

दैवी आपदा का धन प्राप्त होते ही सभी किसानों को सीधे खाते में भुगतान भेज दिया जाएगा -तहसीलदार

25 हजार किसानों को मुआवजे की दरकार
गोंडा। सरकार किसानों की आय दोगुना करने तथा उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं पर जिले के 25 हजार किसान ऐसे हैं जिनकी फसलें आपदाओं में तबाह हो गईं, लेकिन उन्हें इसका मुआवजा नहीं मिला। प्रशासन सूची लेकर किसानों को हर संभव मदद करने का दिलाशा दे रहा है पर उनकी फरियाद को अनसुना किया जा रहा है। ओलावृष्टि, बाढ़ सहित अन्य आपदाओं में वे अपनी पूंजी तक गवां चुके हैं।
जिले में बड़े, मध्यम व लघु किसानों की संख्या करीब पांच लाख है। अप्रैल माह से किसानों की फसलों पर आफत शुरू हो जाती है। अप्रैल से लेकर जून माह अग्निकांडों, बारिश के साथ ओलावृष्टि, बरसात में बाढ़ सहित विभिन्न आपदाओं में किसानों को दो-चार होना पड़ता है। बीते मार्च माह में ओलावृष्टि में करनैलगंज तहसील सहित जिले भर में करीब 50 हजार किसानों की फसलें प्रभावित हुई थीं। इसमें गेहूं सहित कई फसलें नष्ट हो गई थीं। इसके बाद अप्रैल व मई माह में सैकड़ों बीघे फसल अग्निकांडों की भेंट चढ़ गईं। इसके अलावा अभी खत्म हुई बाढ़ की त्रासदी में करनैलगंज व तरबगंज तहसील क्षेत्र में करीब आठ हजार हेक्टेयर फसल तबाह हो गई। इसमें किसानों की पूरी की पूरी फसल डूब गई। लेकिन मुआवजा आज तक नहीं मिला। आपदा राहत में हर साल राशि दी जाती है। इस बार भी शासन ने करीब ढाई करोड़ रुपये दिए हैं। लेकिन 2019 में हुई तबाही की भरपाई किसानों की नहीं हुई। इस बार भी किसानों को कुछ नहीं मिला।
केवल एक प्रतिशत किसानों को ही मिला मुआवजा
बीते मार्च माह में हुई ओलावृष्टि में जिले में किसानों की फसलें तबाह हुई थीं उसमें 50 हजार किसान प्रभावित हुए थे। करनैलगंज तहसील में 11 हजार से अधिक किसान प्रभावित हुए थे। लॉकडाउन के बाद ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से प्रभावित हुए किसानों को मिलने वाली सहायता भी लॉकडाउन का शिकार हो गई। साढे़ 11 हजार प्रभावित किसानों में मात्र 175 किसानों को ही सरकारी इमदाद का लाभ मिल सका है। प्रशासन द्वारा 34 गांव को ओलावृष्टि, अतिवृष्टि से प्रभावित घोषित किया गया था। इन 34 गांव में 11 हजार 460 किसानों को चिह्नित किया गया था। जिनके फसल का नुकसान हुआ था और किसानों को 13 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सरकार द्वारा क्षतिपूर्ति मिलना था। जिले के प्रभारी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने करनैलगंज की ग्राम मसौलिया में एक समारोह आयोजित कर 130 लोगों को उन्होंने सहायता का चेक वितरित किया था और कुछ किसानों को सीधे उनके खाते में उनके नुकसान का लाभ भेज दिया गया था। कुल मिलाकर 175 लोगों को 12 लाख रुपये की सहायता राशि केवल दी गई है। जबकि सभी लाभार्थियों को मिलाकर 2 करोड़ 51 लाख की सहायता का वितरण होना था। तहसीलदार करनैलगंज बृजमोहन बताते हैं कि सभी किसानों के नुकसान का आकलन करके उन्हें सूचीबद्ध किया जा चुका है। आपदा राहत कोष में धन की डिमांड की गई है। दैवी आपदा का धन प्राप्त होते ही सभी किसानों को सीधे खाते में भुगतान भेज दिया जाएगा।

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