
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हर जिले में हर दिन कम से कम सौ वरिष्ठ नागरिकों से बात करने का निर्देश दिया है। यह बातचीत सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से की जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों को दवा आदि की उपलब्धता के लिए आशा वर्कर का सहयोग भी लिया जाए। वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष एम्बुलेंस सेवा संचालित करने के सम्बन्ध में भी विचार किया जाए। टीम-9 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने ये निर्देश दिए। कोरोना की तीसरी लहर के प्रति सभी को सचेत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वालों की अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की जाए। कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। स्थानीय प्रशासन फल मण्डी, सब्जी मण्डी सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ एकत्र न होने देने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशीय बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करते हुए अलर्ट सिस्टम विकसित करें।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के सम्बन्ध में आवश्यक विचार-विमर्श कर नीति शीघ्र तैयार की जाए।
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