25 अगस्त 2021

एल्गिन ब्रिज -घाघरा नदी खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर ऊपर,बांध टूटने से करीब 50 हजार आबादी होगी प्रभावित

 

घाघरा नदी खतरे के निशान  से 18 सेंटीमीटर ऊपर,बांध टूटने से करीब 50 हजार आबादी होगी प्रभावित

एल्गिन चरसडी बांध में ग्राम चंदापुर किटोली के निकट हो रही कटान रोकने में रुक-रुक कर हो रही बारिश बाधक बनी

गोंडा:एल्गिन ब्रिज का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 18 सेंटीमीटर ऊपर है। एल्गिन चरसडी बांध में ग्राम चंदापुर किटोली के निकट हो रही कटान रोकने में रुक-रुक कर हो रही बारिश बाधक बनी है। मंगलवार सुबह जिलाधिकारी मारकंडेय शाही के साथ अन्य अधिकारियों ने कटान स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बांध बचाने की कवायद तेज करने के निर्देश दिए।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अधिकारी श्री राजेश श्रीवास्तव ने बताया है कि तहसील तरबगंज के 1 ग्राम के 2 मजरे प्रभावित है। कुल 717 जनसंख्या प्रभावित है।

 2 बाढ़ चौकी स्थापित है। जिसमें विभागवार ड्यूटी लगाई गई है।

1 पी०ए०सी० की टीम लगाई गई है। 23 मेडिकल टीम गठित की गई है। 77 व्यक्तियों का इलाज किया गया है, 180 क्लोरीन टेबलेट, 57 ओ०आर०एस० पैकेट वितरित किया गया है

         उन्होंने बताया है कि नदी का जल स्तर घाघरा (एल्गिन ब्रिज) का जलस्तर 105.066 है जो खतरे का बिंदु 106.07 से कम है।

सरयू (अयोध्या) का जलस्तर 92.900 है जो खतरे का बिंदु 92.730 से ज्यादा है।

गोंडा जिले के परसपुर में एल्गिन-चरसडी बांध में हो रही कटान से बांध बचाने की कोशिश जारी है। घाघरा नदी खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर...एलगिन चरसड़ी रिंग बांध में लगी कटान| तेजी से हो रही है रिंग बांध में कटान...बाढ़ खंड वालों की बड़ी मुश्किल है|

आनन-फानन में पोकलैंड व जेसीबी मशीन लगाई गई....बांध को बचाने की जद्दोजहद में लगे सिंचाई विभाग के आला अधिकारी| कटान होने से बाढ़ खंड वालों की साख दाव पर...बांध टूटने से करीब 50 हजार आबादी होगी प्रभावित। सारी रात बांध बचाने की कवायद चलती रही फिर भी बांध अभी सुरक्षित नहीं है। बांध को बचाने की जद्दोजहद में लगे जिले के आला अधिकारी मौके पर हैं। नदी की धारा लगातार कटान करती जा रही है। आसपास के गांव में लोगों की धड़कने तेज हो गईं हैं। लोगों ने सुरक्षित जगहों पर पलायन शुरू कर दिया है। सोमवार रात्रि से ही उपजिलाधिकारी हीरालाल और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर जमे हैं।

उपजिलाधिकारी हीरालाल ने बताया कि स्वयं बांध पर मौजूद रहकर राजस्व कर्मियों एवं पुलिस के साथ गांव को खाली कराने तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाएं ले जाने की कार्रवाई में लगे हैं। बताया कि नदी की कटान तेज होती है तो बांध में कटान शुरू हो जाती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

Back to Top