नवरात्र के फलाहार पर पड़ी महंगाई की मार , बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के चलते बाजार की रौनक कम हो
कर्नलगंज गोंडा।
शारदीय नवरात्र के साथ ही त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता। गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों को नवरात्र के थाली की चिंता सताने लगी है। कोरोना लॉकडाउन की वजह से लोगों के रोजगार छिन जाने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।
त्योहारों के कारण बाजार में भीड़ बढ़ी है। लेकिन बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के चलते बाजार की रौनक कम हो गई है। दो दिन बाद नवरात्र शुरू होने के चलते फल एवं सब्जियों के साथ किराना के सामानों में मूल्यवृद्धि हुई है। जिससे गरीबों के फलाहार में सर्वाधिक प्रयोग किया जाने वाले आलू के भाव आसमान छू रहे हैं।
नवरात्र पर आसमान छू रहे सब्जी व फलों के दाम से आम नागरिक परेशान हो रहे हैं।
नवरात्र पर्व कल से शुरू हो चुका है। इसको लेकर श्रद्धालुओं ने तैयारियां शुरू हैं। लेकिन इस बार सब्जियों और फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। मजबूरी में भक्त व्रत रखकर खाद्य पदार्थों का सेवन करेंगे। सेब 100 से 120 रुपये केला 40 से ₹60 प्रति दर्जन तो आलू 40 से लेकर 50 रुपये किलो मूंगफली दाना 100 से ₹140 मखाना 900 से ₹1000 प्रति किलो तक बाजार में बिक रहा है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी तो मिठाइयों पर हुई है पिछले वर्ष जहां ₹250 प्रति किलो व्रत वाली मिठाई बार बिक रही थी वही ₹400 प्रति किलो बाजारों में बिक रही है।शारदीय नवरात्र के दौरान अचानक बढ़ रही महंगाई को लेकर लोग परेशान हैं।
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